मेरा पैसे खाने वाली से पीछा छूट गया

 नमस्कार दोस्तो,

मेरा नाम गौरव गोयल है, उम्र 35 साल, हाइट 5 फुट 4 इंच है. रोजाना एक्साइज करने से मेरी बॉडी भी काफी अच्छी बनी हुई है.

मैं भरतपुर राजस्थान से हूं.


आज मैं फिर से एक नई सेक्स कहानी लेकर हाजिर हु.



जब मैं स्कूल में था तब मेरा एक दोस्त था.

उसका नाम नरेश अग्रवाल था.


वह मेरा काफी अच्छा दोस्त था, हम दोनों का घर आना जाना था.


उसकी दो बहनें थीं.

मैं भी उन दोनों को अपनी बहनें ही मानता था.

बड़ी बहन का नाम पारुल था और दूसरी पूजा थी.


जब दोस्त की शादी हुई तो पूजा कॉलेज में आ चुकी थी.


पूजा के बारे में बता दूँ.

वह दूध की तरह एकदम सफेद गोरी व करिश्मा कपूर की तरह लगती थी.


स्वभाव से वह बहुत तेज थी और दिखती भी बहुत सेक्सी थी.

उस टाइम उसकी ब्रा का साइज 30 का रहा होगा.


नरेश की शादी आगरा से हुई थी.

मैं और मेरा एक दोस्त रवि आगरा गए थे.


रवि बहुत चालू लड़का था, वह लड़कियों को पटाने में बड़ा एक्सपर्ट था.


तो रवि ने उसी वक्त कार में बड़ी बहन पारुल के सामने अपने प्यार का इजहार कर दिया और कार में ही उसे किस कर लिया.

बाद में बारात चढ़ी तो मैं डांस कर रहा था … पर उस वक्त मुझे रवि कहीं दिखाई नहीं दे रहा था.


बाद में मालूम हुआ की उसने पारुल को सैट कर लिया था और वह उसके साथ कार में जिस्मानी संबंध बनाने में लगा था.

रवि बहुत ही बड़ा चोदू किस्म का था.


जब मैंने उससे पूछा- कहां था?

तो उसने कुछ नहीं बताया.


मेरे ज्यादा जोर देने पर उसने बताया कि उसने पारुल को कार में पेल दिया.

मुझे बहुत गुस्सा आया कि इसने दोस्त की बहन के साथ ये क्या कर दिया.


उसने कहा- अबे वे दोनों चालू माल हैं. बड़ी तो पहले से ही चली चलाई साइकिल थी. छोटी भी शायद सील तुड़वा चुकी है. अभी उसको पेलना बाकी है.

मैं चुप रह गया.


खाना खाने के बाद रवि छोटी बहन पूजा को आई लव यू बोलने वाला था, तभी पारुल आ गई … तो वह चुप हो गया.


वे दोनों पूछने लगीं- क्या हुआ, क्या बोलने वाले थे?

तो रवि बोला- कुछ नहीं, गौरव पूजा को प्यार करता है … वही मुझे यह मुझे बता रहा था.


साले ने मेरा नाम ले दिया.


शादी के बाद पूजा का कॉल आया, उसने मेरे दोस्त रवि से मेरा नंबर ले लिया था.


उस वक्त तक मैं आगरा में एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करने लगा था.


कॉल आते ही आवाज आई- मैं पूजा बोल रही हूं.

मैंने बोला- कौन पूजा?


“तुम्हारे दोस्त की बहन!”

“हां पूजा … बोलो!”


वह बोली- तुम मुझसे क्या कहना चाहते थे न शादी में!

मैंने कहा- कुछ भी तो नहीं!


“मुझे रवि ने बताया कि तुम कुछ कहना चाहते थे!”

उस वक्त रवि मेरे पास ही खड़ा था, उसने मुझसे मोबाइल लेकर पूजा से बोला कि मैंने ही कहा था कि गौरव तुमसे प्यार करता है, पर कहने में शर्माता है.


फिर फोन पर ही रवि मुझसे कहने लगा कि अबे पूजा राजी है … तुम बस उससे “आई लव यू” बोल दो!

मैंने कहा- पागल है क्या … पूजा मेरे दोस्त की बहन है.


उसी वक्त पूजा ने फोन पर कहा- तीन अक्षर का शब्द है, बोल दो न!

मैंने कहा- तुम मेरे दोस्त की बहन हो.


“तुम वह सब भूल जाओ, जल्दी बोलो!”

मैंने एक पल सोचा, फिर मैंने पूजा से आई लव यू बोल दिया.

वह बोली- आई लव यू टू मेरे सोहना मखना.


मैंने कहा- मैं बाद में बात करता हूं.


तभी मैंने फोन काट दिया और रवि को घूरने लगा.

रवि हंस कर बोला- अबे छान ले ना … जब वह खुद नीचे लेटने को मरी जा रही है, तो कर ले न इकसठ बासठ … चूतिया है क्या?


मैं कुछ नहीं बोला पर अन्दर ही अन्दर पूजा को चोदने की बात सोचने लगा.


अब मुझे पूजा भी रोजाना कॉल करने लगी थी.


एक दिन उसने मुझे अपने घर में यह कह कर बुलाया कि कोई नहीं है. आ जाओ.

मैं अपने जॉब से सीधा उसके घर चला गया.


सच में उसके घर में कोई नहीं था.

मैंने पूछा- सब कहां गए हैं?

वह बोली- मम्मी गांव पापा ड्यूटी, छोटा भाई स्कूल गया है. घर में कोई नहीं है.


इसके बाद वह मेरे लिए पानी लाई.

मैंने बैग रखा और पानी पीकर हाथ पकड़ कर उसे खींच लिया.

वह सीधा गले से चिपक गई. हम दोनों की सांसें चलने लगीं.


मेरा फर्स्ट टाइम था, उसका मालूम नहीं था.


हम दोनों एक दूसरे को देखने लगे.

हमारे होंठ आपस में मिलने लगे.

हम ऐसे ही पागलों की तरह किस करने लगे.


मैंने उसे बेड पर बैठाया और उसके शर्ट में हाथ डाल कर बूब्स दबाने लगा.

उसको मजा आने लगा.


फिर मैंने उसकी ब्रा के अन्दर हाथ डाल कर निप्पल को पकड़ लिया.

पूजा अपने होंठों को काटने लगी.


मेरा एक हाथ उसके निप्पल पर, दूसरे हाथ से उसका सर पकड़ रखा था.

हम दोनों बहुत देर तक किस करते रहे.


फिर मेरे लंड से हल्का हल्का सा कुछ पानी जैसा निकलने लगा.

वह भी बहुत ज्यादा गर्म हो गई.


मैंने उसकी सलवार में हाथ दे दिया और पैंटी के अन्दर हाथ डालने वाला था कि उसने हाथ पकड़ लिया.

वह रोक रही थी.


मैं फिर से कोशिश करने लगा.

वह बार बार मेरा हाथ पकड़ रही थी.

मेरा मूड खराब हो रहा था.


मैं उसे किस करता हुआ गर्दन पर आ गया.


तभी गेट पर किसी के आने की आहट हुई.

हम दोनों अलग हो गए और मैं सोफे पर बैठ गया.


गेट पर उसके पापा थे, वे ट्रेन लेट होने से वापिस आ गए थे.


मैंने पानी का खाली गिलास अपने हाथ में ऐसे ही पकड़ कर पीने का नाटक करने लगा.


अंकल ने मुझे देखा तो बोले- तुम कैसे?

मैं- मिलने आया था, कॉलेज जा रहा था और इधर से निकल रहा था तो सोचा कि आपके घर होता चलूँ!


उनको शक हो गया कि मैं आज कॉलेज क्यों जा रहा था.


अंकल- आज तो कॉलेज की छुट्टी है न!


मेरा झूठ पकड़ा गया तो मैंने फिर से झूठ पर झूठ बोला- हां अंकल, एक कॉलेज का पुराना दोस्त आ रहा था. उसे आने में देर थी … तो मैं यहां आ गया.

अंकल कुछ नहीं बोले.


तब तक पूजा चाय बना लाई.

फिर मैं चाय पीकर उधर से निकल आया.


उस दिन के बाद उसके पापा शक से देखने लगे.

मैं कई बार उसके घर जाता, तो कोई न कोई मिल जाता.


फिर पारुल की शादी हुई, उसमें थोड़ा मौका मिला तो मैंने पूजा को किस किया.


फिर पूजा की शादी हो गई.

उसकी शादी का कार्ड आया तो मैं गया ही नहीं, केवल 500 रूपए का गिफ्ट पैक करवा कर मैरिज होम तक पहुंच गया और रवि को गिफ्ट देकर अन्दर भेज दिया.


उसके बाद पूजा से बात नहीं हुई.

मैं भी उसे भूल गया था.


एक दिन मैं ऑफिस में बैठा था.

उसी दिन मैसेंजर पर पूजा का मैसेज आया- तुम्हारी मदद चाहिए, मैं आगरा आई हूं.


मैंने कहा- बताओ?

वह बोली- मुझे शादी में जाना है।


मैंने- किधर?

वह बोली- अछनेरा के पास एक गांव है, वहां जाना है.

मैंने कहा- तो?

“कल घर में कोई नहीं है, पति दिल्ली गए हैं. मुझे ले चलोगे?”


मैंने हां कर दी और पूछा- पर मुझे क्या मिलेगा?

“जो तुम कहो.”


मैंने होटल में चलने की बात कही.

वह बोली- शादी अटेंड करने के बाद पक्का!

मैंने भी ओके कह दिया.


आगे होटल के कमरे में ले जाकर जो हुआ, तो मैंने सोचा भी नहीं था कि वह इतनी सेक्सी निकलेगी.


हम दोनों ने मोबाइल नंबर ले लिए.

फिर मॉर्निग में कॉल आया- मैं बिजली घर तक ऑटो से आऊंगी, तुम बाइक से आ जाना.

मैं बाइक लेकर इंतजार करने लगा.


वह साड़ी में आई, परफ्यूम लगा रखा था.

उसे बहुत दिन बाद देख कर पुरानी यादें ताजा हो गईं.


शादी के बाद पूजा बड़ी खिल गई थी.

पर 5 साल में उसको अभी तक बच्चा नहीं हुआ था.


पूजा के गाल एकदम गुलाब की तरह ताजगी से भरे लग रहे थे, ब्लाउज से बूब्स बाहर आने को बेताब नजर आ रहे थे.

मैंने बोला- तुम तो शादी बाद पटाखा हो गई हो.

वह हंसने लगी- अब चलो रास्ते में बात कर लेना.


मैंने उसे बाइक पर बैठाया और धीरे धीरे चलने लगा.

अछनेरा रोड पहले से बहुत खराब थी तो स्लो चला रहा था.


रास्ते में मैंने एक हाथ उसकी जांघ पर रख दिया.

तो उसने हटा दिया.


मैंने बोला- क्या हुआ?

“ये सब बाद में करना!”


फिर भी मैं कभी हाथ जांघ पर कभी पीछे कमर पर लगाने लगा.

वह हर बार मेरा हाथ पकड़ कर मोड़ देती.


मैं रास्ते में उसकी तारीफ करता रहा.

वह मुझे कमर पर हाथ से काटने लगी.

सफर में मजा आ रहा था.


फिर मैंने मुँह पीछे करके उसे किस की कही तो उसने मना कर दिया.


मैं तब भी उसके बहुत मजे लेता रहा.

एकाध बार बूब्स को भी दबा दिया.


हम एक घंटा बाद शादी वाले घर पहुंच गए.

उसको छोड़ कर मैं वापिस भरतपुर आ गया.


मैंने उसे मैसेज किए, उसने रिप्लाई नहीं दिया.

मैंने सोचा काम निकल गया तो साली ने धोखा दे दिया.


दो दिन बाद उसका मैसेज आया- कल पति दिल्ली जा रही हैं. आज का टाइम मेरे पास खाली है, बताओ कहां चलना है?

मैंने फतेहपुर सीकरी की बोला.


वह बोली- उधर ज्यादा लेट हो जाएंगे.

मैंने कहा- अरे 25 मिनट जाने के 25 आने के दो घण्टे रुक कर 3 घण्टे में वापिस आ जाएंगे!


वह मान गई और बोली- शॉपिंग करानी होगी.

मैंने कहा- ओके.


मैंने सारस चौराहे से उसको बाइक पर बैठाया.

वह साड़ी में आई थी, परफ्यूम की खुशबू आ रही थी.


मैंने कंडोम का पैकेट पहले ही ले लिया था. काफी साल बाद मिल रहे थे.


हम दोनों सीधे होटल पहुंचे.

उधर 1200 का एसी रूम बुक किया.


अन्दर एक बोतल पानी की ले ली और डेयरी मिल्क की चॉकलेट भी लेकर आया था.


रूम को अन्दर से बंद करते मैंने लाइट बंद कर दी.

कोई कैमरा तो नहीं लगा है, चेक किया … फिर पानी पिया. उसको पिलाया.

बाथरूम में चेक किया कि कोई कैमरा तो नहीं लगा है.


मैंने कंडोम के पैकेट से एक कंडोम निकाल कर जेब में रख लिया.


अब मैं उसे किस करने लगा, तो वह मना करने लगी- बस बात करेंगे.


मेरा मूड खराब होने लगा कि इतने पैसे खर्च किए तो क्या इस बकवास के लिए!


मैंने उससे शॉपिंग की बात कही- जो लेना है, ले लेना.

इस पर वह मान गई और बोली- रुको, साड़ी खराब हो जाएगी.


मैं साड़ी खोलने लगा.

दिन की रोशनी के कारण कमरे में अंधेरा नहीं हुआ था.


उसकी एकदम गोरी कमर देख कर रुका नहीं जा रहा था.

मैं उसे कमर पर किस करने लगा.


उसने मुझे कस कर भींच लिया.

मैंने उसे बेड पर गिरा दिया और उसके होंठों पर टूट पड़ा.


पहले तो वह साथ नहीं दे रही थी, फिर साथ देने लगी.

उसकी खुशबू पागल कर रही थी.


मैं उसके ब्लाउज के बटन एक एक करके खोलने लगा.


अन्दर लाल रंग की ब्रा थी.

तभी मैंने उसकी ब्रा ऊपर कर दी और सामने गोल गोल बूब्स, ब्राउन निप्पल देख कर मुँह में पानी आ गया.


मैंने एक निप्पल को मुँह में भर लिया और दूसरे दूध को अपने हाथ से दबाने लगा.

फिर धीरे से उसके पेटीकोट का नाड़ा खोल दिया.


उसकी दूध की तरह गोरी जांघें चमकने लगीं.

लाल रंग की पैंटी में गोरी व मोटी जांघें बहुत सुन्दर लग रही थीं.

उसकी टांगों पर एक बाल भी नहीं था.


बारी बारी से मैं उसके दोनों निप्पल चूसने लगा.

फिर मैंने एक हाथ पैंटी में अन्दर डाल दिया.

वह वासना से तड़पने लगी.


पूजा ने अपनी चूत के बाल पूरी तरह साफ किए हुए थे.

उसे पहले ही पता था कि वह मुझसे चुदवाने जा रही है.


साली की चूत पाव रोटी की तरह फूली हुई एकदम गोरी थी.


मुझसे रहा नहीं गया, मैं उसकी चूत के छेद को टटोलने लगा और एक उंगली उसके चूत के छेद में डाल दी.

उसकी हल्की सी सीई निकली.


मैं फिर से निप्पल चूसने लगा और चूत में उंगली अन्दर बाहर करने लगा.

उसके निप्पल टाइट हो गए थे.


मैंने भी अपनी टी-शर्ट निकाल दी और पैंट भी खोल दिया; उसकी भी ब्रा, पेटीकोट उतार दिया और पैंटी नीचे कर दी.

उसने चादर लपेट ली, मैं चादर खींच कर उसके ऊपर आ गया.


मैंने उसकी चूत में मुँह लगा दिया और ऊपर से किस करने लगा.


वह तड़पने लगी और बोली- जल्दी करो अन्दर डालो.

मैंने कंडोम निकाल कर लंड पर चढ़ाया और चूत में पेल दिया.

लंड बड़े आराम से अन्दर घुस गया.


हम दोनों की चुदाई चालू हो गई.

मैं जोर जोर से धक्के लगाने लगा.

वह भी साथ देने लगी.


कुछ देर बाद मेरा माल निकलने वाला था.

उसका भी काम तमाम होने को था.


उसने मुझे कस कर भींच लिया और पागलों की तरह होंठों पर किस करने लगी.

हम दोनों साथ में झड़ गए.


पूरी चादर उसके रस से भीग गई.

अभी भी उसकी चूत से पानी निकल रहा था.


वह बोली- क्या देख रहे हो, कभी चूत नहीं देखी!

मैंने बोला- तुम्हारी जैसी नहीं देखी.


उसने तकिया की खोली निकाली और उससे अपनी चूत साफ की.

फिर वह चादर लपेट कर बाथरूम में चली गई.


उसके जाते ही मैंने मैनफोर्स की गोली निकाल कर खा ली.

जब वह आई तो मैंने उसे पानी पिलाया, चॉकलेट खिलाई.


हम दोनों थोड़ी देर लेटे रहे.


अब गोली काम करने लगी थी.

मैंने बूब्स पर डेयरी मिल्क चॉकलेट लगा दी और खाने लगा.


वह बोली- ये नहीं, यह सब गंदा काम है.


मैं नहीं माना, मैं उसकी पूरी बॉडी पर किस करने लगा.

फिर थोड़ी चूत के ऊपर लगाई और किस करने लगा.


थोड़ी देर में वह भी साथ देने लगी.

हम किस करने लगे.


लंड पर फिर से कंडोम चढ़ा कर चूत में अन्दर घुसा दिया.


उसकी टांगों में टांगें फंसा कर मैंने उसे एकदम से अपने ऊपर ले लिया.

वह लंड पर उछलने लगी.


उसके दोनों दूध मस्त लग रहे थे.

मैं उनको कभी चूसता, कभी दबाता.


उसकी जुल्फें आगे आ गईं.

पंद्रह मिनट तक चुदाई का खेल चलता रहा.


वह बोली- तुम्हारा नहीं निकला?

मैंने कहा- नहीं, बस मेरा होने वाला है.


पर गोली की वजह से लंड टाइट खड़ा रहा; रस ही नहीं निकला.

फिर मैंने उसको नीचे लिया और जोर जोर से झटके मारने लगा.


उसका फिर से हो गया और उसने मुझे कस कर पकड़ लिया.

वह किस करने लगी.


Xxx इंडियन गर्ल सेक्स करते हुए मैं और जोर से धक्के लगाने लगा.


वह बोली- बस अब नहीं.

मैं धक्के पर धक्के लगाता रहा, पर रस नहीं निकला.

मैंने उसको पानी पिलाया और फिर से चालू हो गया.


“इतना हार्ड सेक्स कैसे करते हो?”

मैं कुछ नहीं बोला, बस लगा रहा.


कुछ मिनट के बाद मैं पसीना में भीग गया.

एसी में भी पसीना आ गया था.


कुछ देर बाद मेरा निकल गया.


हम दोनों चिपक गए.

थोड़ी देर बात की.


फिर वह बोली- रक्षाबंधन पर आऊंगी, तब मिलेंगे.


हम दोनों ने कपड़े पहने.

फिर होटल में ही चाय और पकौड़े खाए और उसको 2500 रूपए की साड़ी और सूट दिलवाया.


वह और भी लेने के मूड में दिख रही थी.

मैंने मना कर दिया कि यार अभी और पैसे नहीं हैं.


वह बोली- कंजूस हो, अगली बार इससे ज्यादा खर्चा कराऊंगी!

मैं समझ गया कि इसको पैसों से प्यार है … मुझसे नहीं!


रक्षाबंधन पर आई तो उसने कॉल किया और मिलने को बोली.

मैं उसे उसी होटल में ले गया. फिर से जमकर चुदाई की.


दो बार नाश्ता किया.


अब वह पैसे मांगने लगी- 5000 चाहिए.

मैंने मना कर दिया तो मेरा पर्स लेने लगी.

मैंने कुछ नहीं दिया.


उसको बाइक पर बैठा कर ऑटो तक छोड़ दिया.


वह बोली- अब कभी नहीं आऊंगी!

मैंने भी नंबर ब्लॉक कर दिया.


फिर कभी बात नहीं की.


इस तरह से मेरा पैसे खाने वाली से पीछा छूट गया.

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